Friday 11 June 2021

ऐसा एक दोस्त चाहिए

 ना ज़मीनना सितारेना चाँदना रात चाहिए,

दिल मे मेरेबसने वाला किसी दोस्त का प्यार चाहिए,

ना दुआना खुदाना हाथों मे कोई तलवार चाहिए,
मुसीबत मे किसी एक प्यारे साथी का हाथों मे हाथ चाहिए,

कहूँ ना मै कुछसमझ जाए वो सब कुछ,
दिल मे उस केअपने लिए ऐसे जज़्बात चाहिए,

उस दोस्त के चोट लगने पर हम भी दो आँसू बहाने का हक़ रखें,
और हमारे उन आँसुओं को पोंछने वाला उसी का रूमाल चाहिए,

मैं तो तैयार हूँ हर तूफान को तैर कर पार करने के लिए,
बस साहिल पर इन्तज़ार करता हुआ एक सच्चा दिलदार चाहिए,

उलझ सी जाती है ज़िन्दगी की किश्ती दुनिया की बीच मँझदार मे,
इस भँवर से पार उतारने के लिए किसी के नाम की पतवार चाहिए,

अकेले कोई भी सफर काटना मुश्किल हो जाता है,
मुझे भी इस लम्बे रास्ते पर एक अदद हमसफर चाहिए,

यूँ तो 'मित्रका तमग़ा अपने नाम के साथ लगा कर घूमता हूँ,
पर कोईजो कहे सच्चे मन से अपना दोस्तऐसा एक दोस्त चाहि